प्रधानमंत्री जी ने नोयडा अन्तराष्ट्रीय विमानतल की रखी आधारशिला जो एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट
प्रधानमंत्री जी ने नोयडा अन्तराष्ट्रीय विमानतल की रखी आधारशिला, जो दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होेगा।
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट।
प्रदेश के विकास को गति देगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
एयर कनेक्टिविटी का हो रहा है विस्तार विकास को मिल रही है नई रफ्तार।
यूपी, दिल्ली, एनसीआर समेत आसपास के अन्य राज्यों को मिलेगा लाभ
अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा यूपी की तरक्की का नया जेवर साबित होगा।
जेवर एयरपोर्ट के लिए भूमि उपलब्ध कराने वाले किसानों का मंच से किया धन्यवाद
गौतमबुद्धनगर 25 नवम्बर, 2021-भारत माता की जय के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का नाम लेते हुए देश के यशस्वी एवं लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के 24 करोड़ लोगों को नोयडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के भूमि पूजन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के भूमि पूजन के साथ ही दाऊजी मेले के लिए प्रसिद्द जेवर अब अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर नाम रोशन हो गया है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का लाभ पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत समूची दिल्ली-एनसीआर को मिलेगा। इक्कीसवीं सदी का भारत आज एक से बढ़कर एक बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है। बेहतरीन नेटवर्क, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, एक्सप्रेसवे पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर देते हैं। ये सभी परियोजनाएं पूरे क्षेत्र के लोगों का जीवन ही बदल देते हैं। गरीब, किसान, व्यापारी, मजदूर या उद्यमी हर किसी को इसका लाभ मिलता है। जब कनेक्टिविटी बेहतर हो तो इंफ्रास्ट्रक्चर की ताकत और भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के मामले में बहुत ही बेहतर होगा। टैक्सी, मेट्रो, रेल, बस हर तरह से जेवर एयरपोर्ट से जुड़े हुए होंगे। यूपी, दिल्ली, हरियाणा कहीं भी जाना हो जरा सी देर में पहुंचाना आसान और सरल होगा।
अब तो दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस-वे भी तैयार हो रहा है। एक तरह से नोयडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तरी भारत का लाजेस्टिक गेट-वे बनेगा। आज देश में जितनी तेजी से एविएशन के क्षेत्र में वृद्धि हो रही है, भारतीय कंपनियां बड़ी तेजी से एविएशन खरीद रहीं हैं। उनमें नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अहम भूमिका है। यहाँ 40 एकड़ में मेंटिनेंस, रिपेयरिंग, ओवरहॉलिंग की भी सुविधा होगी, जो देश-विदेश के विमानों को भी सुविधा देगी और स्थानीय व व्यापक पैमाने पर रोजगार भी उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि हम 85 फीसद विमानों को एयरो सेवा के लिए विदेश भेजते हैं, जिस पर हर साल 15000 करोड़ का व्यय आता है। नोयडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पूरी परियोजना ही 30000 करोड़ में तैयार हो रही है। इस प्रकार से जेवर एयरपोर्ट इस स्थिति को बदलने में भी मददगार साबित होगा, इससे भारत की मुद्रा भी बाहर नही जाएगी। नोयडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कार्गो हब की भी कल्पना को साकार करेगा। इससे पूरे क्षेत्र के विकास को एक नई गति प्रदान होगी।