सिंगरौली बरगवां पुलिस ने किया अधेड़ हत्या की खुलासा, हत्यारे समेत तीन गिरफ्तार
आर वी न्यूज़ जिला ब्यूरो चीफ विवेक पाण्डेय
मध्य प्रदेश जिला सिंगरौली रिर्टन विश्वकाशी (RV NEWS LIVE) ब्यूरो न्यूज़- साथी से उधार के पैसे मांगने को लेकर विवाद में अधेड़ की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद आरोपी ने अपने साथी व अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर मृतक के शव को 1 किलोमीटर दूर डग्गा आंगनबाड़ी केंद्र के सामने फेंक दिया था। उक्त बातें बरगवां निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह ने बीते 27 अगस्त को बरगवां थाना क्षेत्र में हुए अंधी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताई।
गौरतलब है की गुरुवार सुबह डग्गा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के सामने उत्तर प्रदेश देवरिया निवासी कृष्ण कुमार तिवारी का शव मिला था। इस हत्याकांड कांड के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन व अनुविभागीय अधिकारी राजीव पाठक के मार्गदर्शन पर बरगवां निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह ने विशेष टीम गठित कर हत्यारों की तलाश में जुटे थे। जहां मुखबिर की सूचना पर उन्हें यह जानकारी मिली की मृतक कृष्ण कुमार तिवारी को अंतिम बार बरहवा टोला निवासी भगवान दास साहू के साथ देखा गया था। शक के आधार पर पुलिस आरोपी की गतिविधियों पर नजर बनाए हुई थी। वहीं सटीक सूचना का आधार मिलने पर आरोपी भगवान दास साहू को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उसने यह कबूल किया कि घटना की रात उसने मृतक कृष्ण कुमार तिवारी के साथ बैठकर शराब पी थी। इसके बाद मृतक द्वारा उससे उधारी दिए गए 1 लाख 20 हजार की मांग कर गाली गलौज करने लगा था। नशे में धुत आरोपी ने भी आवेश में आकर कुल्हाड़ी से उस पर वार कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद आरोपी भगवान दास साहू ने अपने अन्य साथी रामानुज बैगा व अपने नाबालिग पुत्र की मदद से मोटरसाइकिल पर शव को लादकर घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर आंगनबाड़ी केंद्र के सामने फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी भगवान दास की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किया गया कुल्हाड़ी भी बरामद कर लिया है। इस हत्याकांड के लिए धारा 302 के तहत भगवान दास साहू पिता सहदेव साहू उम्र 50 वर्ष निवासी बरहवा टोला, उसके नाबालिग पुत्र व सहयोगी रामानुज बैगा पिता सरूपलाल बैगा उम्र 28 वर्ष निवासी बरहवा टोला को गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय में पेश किया गया है।
अंधी हत्याकांड के खुलासे में बरगवां निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के साथ उपनिरीक्षक आर एस सोनकर, उपेन्द्रमणि शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक सुरेंद्र यादव, प्रधान आरक्षक संजीत सिंह, अनिल मिश्रा, उमेश अग्निहोत्री, आरक्षक नरेंद्र यादव, विवेक सिंह की सराहनीय भूमिका रही।