राहुल गांधी ने सुखेदव विहार में प्रवासी मजदूरों से बातचीत की, दिल्ली पुलिस ने कही यह बात
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को उन प्रवासी मजदूरों से बातचीत की जो अपने गृह राज्यों में लौटने के लिए सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर चल रहे थे। इस दौरान उनकी परेशानियों के बारे में बातचीत की। गौरतलब कि कोरोना वायरस के प्रसार के कारण देश में 25 मार्च से लगे लॉकडाउन के कारण शहरी क्षेत्रों से प्रवासी मजदूरों का पलायन हो रहा है। उनमें से एक प्रवासी मजदूर देवेंद्र ने कहा कि राहुल गांधी हमसे आधे घंटे पहले मिले। हम हरियाणा से पैदल आए हैं, उन्होंने हमें गाड़ी उपलब्ध कराई, उन्होंने कहा कि ये गाड़ी हमें हमारे घरों तक छोड़ देगा। उन्होंने हमें भोजन, पानी और मास्क भी दिया।
दिल्ली पुलिस ने मजदूरों को हिरासत में लने से नकारा
उधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह गलत सूचना है कि राहुल गांधी से मिलने वाले प्रवासियों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है। प्रवासियों को अभी भी मौके पर रखा गया है। नियमों के अनुसार उन्हें एक बड़े समूह के रूप में वाहन पर चढ़ने की अनुमति नहीं है, जो कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेश किया था।
गरीब और कमजोर वर्गों के खाते में पैसा डाले सरकार
शनिवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी से न्याय योजना को लागू करने की मांग की। उन्होंने कि सरकार मजदूरों को पैकेज नहीं उनके खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर करें। पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि वह समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के खातों में पैसा डालकर मांग पैदा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर मांग पैदा नहीं हुई तो देश को आर्थिक रूप से कोरोना वायरस से बड़ा नुकसान होगा।
सरकार विदेशी रेटिंग एजेंसियों के बारे में न सोचे
राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश इस समय एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है। लोगों को आज पैसे की जरूरत है। ऐसे में सरकार को साहूकार जैसा काम नहीं करना चाहिए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को लगता है कि अगर हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ जाएगा तो विदेशी एजेंसियां हमारी रेटिंग कम कर देंगी। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हिन्दुस्तान की जो रेटिंग है वो हिन्दुस्तान के लोगों से है, इसलिए सरकार को विदेश के बारे में सोचकर काम नहीं करना चाहिए।