गौरिहार थाने में रेत का खेल, वर्चस्व की जंग में कर रहे एक दूसरे को पराजित: प्रशासन का आदेश कैंसिल, गौरिहार थाना में फिर यथावत पहुंचे सौरभ त्रिपाठी व ओरछा रोड थाना गए अरविंद सिंह दांगी
ब्यूरो चीफ महेंद्र सिंह ठाकुर छतरपुर
जिला छतरपुर मध्य प्रदेश थाना गौरहार बुंदेलखंड में वर्चस्व की जंग में प्रशासन भी हलाकान है, छतरपुर जिले में गौरिहार थाना प्रभारी बनने के लिए पुलिस के दो थाना प्रभारियों के बीच लंबे समय से खींचतान चली आ रही है l जिसे जब मौका मिलता है, अपनी ऊंची पहुंच लगाकर गौरिहार के लिए आर्डर जारी करवा लेता है l ऑर्डर जारी होते ही उसी दिन ज्वाइन भी कर लेता है लेकिन दूसरे दिन फिर से आर्डर कैंसिल हो जाता है l इसी तरह का खेल पिछले तीन चार माह से चल रहा है l सबसे पहले विनायक शुक्ला ने गौरिहार थाने का प्रभार लिया l वह 2 माह का समय व्यतीत नहीं कर पाए और उन्हें वहां से हटाकर अरविंद सिंह दांगी को थाना प्रभारी बनाया गया l अरविंद सिंह दांगी मुश्किल से 10 दिन भी नहीं रह पाए कि सौरभ त्रिपाठी ने अरविंद सिंह दांगी को मात देते हुए गौरिहार की कमान संभाल ली l अरविंद सिंह दांगी और सौरभ त्रिपाठी के बीच गौरिहार थाना प्रभारी बनने के लिए जंग छिड़ी हुई है l 2 दिन पहले अरविंद सिंह दांगी को फिर से गौरिहार थाने का प्रभारी एसपी कुमार सौरभ द्वारा बनाया गया l लेकिन 12 घंटे बाद फिर से आर्डर में बदलाव किया गया और अरविंद सिंह दांगी को फिर से ओरछा रोड थाने मे भेजा गया है और गौरिहार से ओरछा रोड भेजे गए और सौरभ त्रिपाठी को फिर से गौरिहार में पदस्थ किया गया है l गौरिहार थाना जिले के अन्य थानों में सबसे मलाईदार थाना माना जाता है l गौरिहार क्षेत्र में जीत का जमकर अवैध उत्खनन होता है, उसी रेत की कमाई के लिए थाना प्रभारी एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं कुछ इसी तरह का खेल पहले गोयरा थाना में खेला गया था l