पत्नी पर अवैध संबंधों के शक में हैवान बना पति, गला घोंटा फिर आग लगाकर शव को जंगल में फेंका
एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि 31 जनवरी को बैलपोखरा क्षेत्र के एक खेत में महिला का जला हुआ शव मिला था। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव और रामनगर सीओ के निर्देशन में पुलिस की एक टीम इस मामले जांच कर रही थी। टीम ने सीसीटीवी फुटेज में कार के मूवमेंट और नंबर प्लेट का पता लगाया तो मामला खुल गया। पता चला कि कार चकलुआ निवासी रमनजीत सिंह की है। रमनजीत ने पुलिस को बताया कि 30 जनवरी को कार उसके जीजा धर्मपुर चूनाखान निवासी कुलदीप सिंह मांगकर ले गए थे। पुलिस ने मंगलवार की शाम गडेरी नदी पुल के पास कुलदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
कुलदीप ने बताया कि दिल्ली के बदरपुर बार्डर का रहने वाला रविंद्र पाल सिंह आहूजा उसका दोस्त है, जो मूल रूप से पंजाब के फिरोजपुर जिले की एकता कालोनी गली नंबर दो अबोहर का रहने वाला है। रविंद्र से उसकी दोस्ती दिल्ली में उमेश ने कराई थी। कुलदीप के अनुसार रविंद्र पाल आहूजा अपनी पत्नी अनीता पर शक करता था। रविंद्र ने ही अपनी पत्नी की हत्या की है। पुलिस ने रविंद्र पाल को हरिद्वार जिले के चौकी खड़खड़ी मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। रविंद्र ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी का संबंध कश्मीर के एक युवक से था।
पत्नी के मोबाइल की चेटिंग देखने के बाद उसे यह जानकारी हुई। उसने पहले भी पत्नी ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी लेकिन सफल नहीं हो सकी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबिल आयल की जरीकेन, दो मोबाइल फोन, घटना के समय पहले गए आरोपियों के कपड़े बरामद कर लिए हैं। रविंद्र के अनुसार उसने 24 जनवरी को कुलदीप को कॉल कर अनीता की हत्या के लिए रस्सी, जला हुआ 5-6 लीटर मोबिल आयल और एक कार का इंतजाम करने के लिए कहा था। इसके लिए रविंद्र ने कुलदीप की पत्नी के खाते में दो हजार रुपये भेज दिए थे। इधर, रविंद्र ने अपनी पत्नी को भरोसा दिया था कि उसके दोस्त कुलदीप की करीबी एक महिला मुंबई में फिल्म कलाकारों को ट्रेनिंग देती है।
कुलदीप से मिलने पर फिल्म में काम करने की सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। योजना के तहत रविंद्र पाल पत्नी को बस से लेकर 30 जनवरी को रामनगर आया। रोडवेज के पास रविंद्र ने पत्नी की चाय में नींद की गोलियां डाल दी। रात साढ़े 12 बजे तीनों कार में बैठकर रामनगर से कालाढूंगी की तरफ आए। रात डेढ़ बजे जब अनीता बेहोश हो गई तो चूनाखान के पास रविंद्र ने डिग्गी से रस्सी निकालकर अनीता का गला घोंटा और मार डाला। वह अनीता की लाश को बैलपोखरा जाने वाले मार्ग पर ले गया, जहां खेत में फेंक दिया और ऊपर से मोबिल आयल डालकर आग लगा दी। घटना के दूसरे दिन रविंद्र दिल्ली चला गया।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त वाहन की तलाश करने के लिए 110 सीसीटीवी के फुटेज खंगाले। क्षेत्र के 30 संदिग्धों से कई दिनों तक पूछताछ की गई। थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत ने बताया कि फुटेज में एक कार के तड़के घटना स्थल की ओर जाने और 20 मिनट बाद लौटती दिखाई थी। पुलिस ने चूनाखान और कमोला धमोला मार्ग पर लगे कैमरों को चेक किया यहां किसी वाहन की मूवमेंट नजर नहीं आई। यहीं से शक गहरा गया। एक कैमरे की जांच में कार का नंबर ट्रेस हो गया।