INDvWI: दूसरा वनडे आज, भारत के लिए सीरीज बचाने का दारोमदार गेंदबाजों पर
खास बातें
- मैच का समय : दोपहर 1.30 बजे से
- सीरीज में बने रहने के लिए भारत का जीतना जरूरी
- बुमराह और भुवनेश्वर की गैरमौजूदगी में भारतीय गेंदबाजी चिंताजनक
वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में खेले गए पहले वनडे में भारतीय गेंदबाज 288 के लक्ष्य का बचाव नहीं कर सके थे। तीन मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ने का मतलब है कि एक और हार भारतीय टीम को घरेलू पिच पर सीरीज हार का कड़वा घूंट पीने को विवश कर सकती है। जसप्रीत बुमराह पहले ही फिट होने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं और भुवनेश्वर कुमार की चोट ने टीम प्रबंधन की चिंताएं बढ़ाई हैं। ऐसे में भारतीय थिंक टैंक का फोकस गेंदबाजी संयोजन को लेकर होगा।
वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड का कद सीरीज जीतने से बढ़ेगा लेकिन बल्लेबाजों की ऐशगाह इस पिच पर विराट कोहली या रोहित शर्मा को रोकना उनके लिए आसान नहीं रहेगा। यहां एसीए वीडीसीए स्टेडियम पर 320 रन का स्कोर अच्छा माना जा रहा है लिहाजा पांचवें गेंदबाजी विकल्प को उतारा जा सकता है। पिछले मैच में शिमरोन हेतमायर और शाइ होप के शतकों की मदद से वेस्टइंडीज ने लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया था। स्पिनर रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव उस मैच में नाकाम रहे जिन्होंने दस-दस ओवरों में क्रमश: 58 और 45 रन दे डाले और उन्हें विकेट भी नहीं मिले।
होप और हेतमायर ने ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी लेकिन जोखिम लिए बिना मिडिल ओवरों में 103 रन जोड़े। शिवम दुबे ने 7.5 ओवरों में 68 रन दिए जिससे साबित होता है कि गेंदबाजी में उन्हें और मेहनत करनी होगी।
वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड का कद सीरीज जीतने से बढ़ेगा लेकिन बल्लेबाजों की ऐशगाह इस पिच पर विराट कोहली या रोहित शर्मा को रोकना उनके लिए आसान नहीं रहेगा। यहां एसीए वीडीसीए स्टेडियम पर 320 रन का स्कोर अच्छा माना जा रहा है लिहाजा पांचवें गेंदबाजी विकल्प को उतारा जा सकता है। पिछले मैच में शिमरोन हेतमायर और शाइ होप के शतकों की मदद से वेस्टइंडीज ने लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया था। स्पिनर रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव उस मैच में नाकाम रहे जिन्होंने दस-दस ओवरों में क्रमश: 58 और 45 रन दे डाले और उन्हें विकेट भी नहीं मिले।
होप और हेतमायर ने ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी लेकिन जोखिम लिए बिना मिडिल ओवरों में 103 रन जोड़े। शिवम दुबे ने 7.5 ओवरों में 68 रन दिए जिससे साबित होता है कि गेंदबाजी में उन्हें और मेहनत करनी होगी।